डॉ. माहवर नहीं रहे - कोरोना ने उन्हें भी छीना
बैटरी उद्योग की एक और अमूल्य संपत्ति डॉ रणवीर सिंह माहवार को कल शाम कोरोना ने छीन लिया । वे 68 वर्ष के थे। उन्होंने दिल्ली के गंगा राम अस्पताल मे अंतिम सांस ली। डॉ माहवर पर्यावरण कानून के विशेषज्ञ थे और सरकार उनसे नीतिगत विषयों पर सलाह लेती रहती थी । वे पर्यावरण मंत्रालय की कई विशेषाधिकार समितियों के सदस्य थे और केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अतिरिक्त पूर्व निदेशक रह चुके थे । लैड स्क्रैप के आयात के लिए बैटरी उद्योग की कई फ़र्मों का उन्होंने मार्गदर्शन कर उन्हे आयात के लिए लाइसेन्स लेने मे सहायता की। बैटरी उद्योग के लिए ये एक अपूरणीय क्षति है।
अत्यंत हृदयविदारक घटनाक्रम मे कल दिनांक 30 मई 2021 को डॉ माहवर का दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल मे हृदय गति रुकने से देहांत हो गया। उन्हे कोरोना के इलाज के लिए वहाँ भर्ती कराया गया था। दुख की बात यह भी है की दो दिन पूर्व ही उनकी पत्नी का भी कोरोना के कारण देहांत हो गया था।
डॉ माहवर ने उद्योग मे पर्यावरण को सुरक्षित करने और सरकारी नियमों के अनुसार सयंत्र को लगाने मे कई बैटरी उद्यमियों की सहायता की। वे देश के गिने चुने औद्योगिक पर्यावरण विशेषज्ञों मे से एक थे जो बैटरी उद्योग को सुलभ थे।
डॉ महावर के पुत्र आदित्य माहवर भी कई उद्योगों को पर्यावरण सरंक्षण के लिए सहायता और मार्गदर्शन देते हैं।