बिना बिल के 30 टन लैड से लदा ट्रक इंदौर मे जब्त हुआ
ये हम सब लोग जानते हैं की अब सरकारी विभाग केवल सूचना तकनीकी में ही बेहतर रूप से सक्षम नहीं हुए हैं बल्कि उनके पास जानकारी जुटाने की भी आधुनिक तकनीक आ गई है। कर चोरी और सरकारी विभाग से धोखाधड़ी जैसे काम अब असंभव से होते जा रहे हैं। किंन्तु फिर भी कुछ उद्यमी सरकारी विभाग की आंखो मे धूल झोंकने की नाकाम कोशिश करते हैं।
हो सकता है वो कभी-कभी सफल हो जाते हो, किंन्तु न केवल अब यहअसंभव होता जा रहा है, बल्कि यह परिवार, समाज और राष्ट्र के प्रति भी अपराध है । यह हमे भली-भांति समझ लेना चाहिए।
हाल ही में एक गुप्त सूचना के आधार पर इंदौर मे इंदौर से पुणे जा रहा एक ट्रक पकड़ा गया, जिसमें 30 टन लैड भरा हुआ था। यह माल अम्बाला के किसी उद्यमी का बताया जाता है, जो इंदौर से 30 टन लैड लोड करके पुणे जा रहा था। वाणिज्य कर विभाग ने इंदौर बायपास के पास नका लगा कर जांच शुरू की और इसी जांच में वह ट्रक भी हाथ लग गया। क्योंकि ड्राइवर के पास कुछ दस्तावेज नहीं थे तो ये ट्रक जब्त कर लिया गया। इस माल की कीमत लगभग ₹65,00,000 आंकी गयी। जिसके एवज में ₹ 29,62,000 की पैनल्टी अंबाला के उस कारोबारी से जमा करवाई गई।
इंदौर स्थित एम पी बैटरी उद्योग एसोसिएशन के अध्यक्ष व बैटरी उद्योग के राष्ट्रीय संगठन -फेडरैशन ऑफ इंडियन स्मॉल स्केल बैटरी एसोशिएसंस के जन संपर्क विभाग के अध्यक्ष श्री मुकेश माहेश्वरी के बैटरी उद्यमियों को सचेत करते हुए कहा की इस तरह के कामों से हमें बचना चाहिए।