पिछले कुछ दिनों कैमल के बैटरी बनाने के स्केल को बताने के लिए हमने लगातार कई विडीओ सब तक पहुंचाए। इस से कुछ बैटरी जनों की प्रतिक्रिया थी की हम विदेशी बैटरी को बढ़ावा दे रहे हैं, जबकि उन विडिओ का कारण था की हम जाने और समझे की बड़ी कंपनियों में बढ़िया बैटरी कैसे बनती है और बैटरी बनाने के आधुनिक तरीके क्या है।कैमल में बैटरी बनाने के तरीकों की लगातार जानकारी देने से यह चर्चा भी चलने लगी थी की कैमल भारत में अपनी फैक्ट्री लगाना चाहता है और वो भारत में एक ब्रांड के तौर पर उतरेगा। इस विषय पर कैमल, मलेशिया के व्यापार प्रमुख मिस्टर हार्वे जियांग से बातचीत में अपना पक्ष स्पष्ट किया की उनका ऐसा कोई प्लान नहीं है। वे भारत के लघु और माध्यम आकार के बैटरी निर्माताओं की सेवा करना चाहते हैं। उनका प्लान यही है की वे केवल निर्माताओं को उच्च किस्म की बैटरी दे जो वो अपने ब्रांड नाम से बाजार में अपने ग्राहकों को दे। लाभ के साथ नाम भी कमाएं और विश्वास भी। हम उन्हें लागत मूल्य पर बैटरी बेचना चाहते हैं। हमने इस विषय पर भारत में कुछ बैटरी निर्माताओं से बात की और जानना चाहा कि वे इस विषय पर क्या सोचते हैं। – भारत की बैटरी मार्केट क्वालिटी-कीमत और वॉरन्टी को लेकर बेहद संवेदनशील। विश्वसनीयता बनानी होगी जालंधर, पंजाब स्थित देश की माध्यम स्तर की बैटरी निर्माता कंपनी एक्शन बैटरीज़ के ceo श्री सनी चौधरी ने कहा की कैमल अगर खुद बाजार में उतारने के बजाए भारत के लघु और माध्यम बैटरी निर्माताओं को सशक्त करने की इच्छा से भारत में आना चाहती है तो उनका स्वागत है। कैमल प्लांट को मैंने देखा भी है और उनके काम करने का तरीका भी, बैटरी निर्माण में जो सबसे आधुनिक तरीका है, वो उसका इस्तेमाल कर रहे हैं और उनकी बैटरी सर्वोत्तम है, इसमे कोई शक नहीं। कैमल को कम से कम 5 वर्ष की योजना के साथ भारत में आना चाहिए।
हैदराबाद के एक बड़ी लोकल बैटरी निर्माता कंपनी डिक्सन बैटरी के निर्माता श्री जीतू ने कहा की कैमल के भारत की मार्केट में आने पर मेरा सुझाव है की कैमल जब भारत में आए तो लंबी अवधि की सोच के साथ आए। दो वर्ष के बाद बैटरी उपभोक्ता यह सही से जान पाएंगे की कैमल की जो बैटरी उन्होंने खरीदी है, वो क्वालिटी में सबसे अच्छी है। उसके साथ ही डीलर- डिस्ट्रिब्यूटर नेटवर्क में विश्वास पैदा होगा। तो इस प्रकार दो से तीन वर्ष तो बैटरी की उपस्थिति बनाए रखने में लग जाएंगे। कैमल छोटे और माध्यम स्तर के बैटरी निर्माताओं के माध्यम से बैटरी बेचे आगरा स्थित डेकोरे बैटरी के निर्माता श्री हरी शंकर झा ने कहा की कैमल के इस विचार का स्वागत है की कैमल अपने ब्रांड के बजाए कैमल की क्वालिटी छोटे और मध्यम आकार के बैटरी निर्माताओं के द्वारा बेची जाएगी। भारत में उच्च गुणवत्ता की बैटरी का मार्केट केवल बड़े बैटरी निर्माताओं जैसे एक्साइड और अमरोन के हाथ में है। छोटे और माध्यम स्तर के बैटरी निर्माताओं के पास न तो उस स्तर की मशीन हैं और न तकनीकी। अगर कैमल अपने भारत के माध्यम से इन लोगों को अपनी उच्च क्वालिटी की बैटरी बाजार में दे तो यह ज्यादा बेहतर होगा। इन निर्माताओं का अपना डीलर- डिस्ट्रिब्यटर नेटवर्क होता है, जिस कारण केमेल को अपना सेटअप खड़ा करने की आवश्यकता भी नहीं होगी और छोटे और मध्यम स्तर के बैटरी निर्माता भी अपने ब्रांड नाम से इस बैटरी को बेच पाएंगे। |
Read the article in English- HERE
कैमल ग्रुप से जुड़े पिछले आर्टिकल - एशिया की सबसे बड़ी बैटरी कंपनी कैमल शीघ्र ही भारत के बाजार में आने वाली है - Read Here
Coming Soon...
Aaushi Mohan 0 765
In 2022 EVs sales have given much-needed validation on how all EVs have made their...
Arvind Mohan 0 177
The electric two-wheeler startup stumbled upon operational challenges while testing...
Arvind Mohan 1 398
First - Make better Battery Second- You can improve the quality of your batteries....
Arvind Mohan 0 1174
MINISTRY OF ENVIRONMENT AND FORESTS NOTIFICATION introduces first step to impliment...
Arvind Mohan 0 274
With the help of FasTag and RFID government has provided GST officers with real-time...
Arvind Mohan 0 170
सम्मेलन का विषय रहा लैड बैटरी उद्योग में एसएमई के लिए राष्ट्रीय और निर्यात बाजार...
Aaushi Mohan 0 129
The Central Pollution Control Board (CPCB), under battery waste management Rules...
Arvind Mohan 0 286
सरकार ने GST इनपुट क्रेडिट लेने के तरीके में महत्वपूर्ण बदलाव करते हुए इनपुट क्रेडिट...
Arvind Mohan 0 809
MRAI ने माननीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमन को सुझाव दिया कि बैटरी स्क्रैप...